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Sunday, 23 March 2008

दुखी शादीशुदा जीवन से बेहतर है कुंवारापन!

रोज की खिटपिट और तनाव से भरी शादीशुदा जिंदगी से तो बेहतर है कि आप कुंवारे ही रहें। इससे आपकी सेहत बिगड़ने से बची रहेगी। यह खुलासा अमेरिका में किए गए एक वैज्ञानिक अध्ययन में हुआ है।

अध्ययन के मुताबिक, शादीशुदा जिंदगी आपके ब्लड प्रेशर के लिए अच्छी तभी हो सकती है, जब आप इससे खुश हों। ‘डेली मेल’ में प्रकाशित इस अध्ययन के अनुसार, शोधकर्ताओं ने इस नतीजे पर पहुंचने के लिए 204 शादीशुदा और 99 वयस्क कुंवारों का अनिश्चित अंतराल में दिन-रात का ब्लड प्रेशर नापा। इससे पता चला कि असंतुष्ट वैवाहिक जीवन जी रहे जोड़ों का ब्लड प्रेशर अनियमित होता है। ऐसे दंपतियों का ब्लड प्रेशर रात के समय अधिक हो जाता है, जो बाद में दिल की बीमारी का कारण भी बन जाता है। शोधकर्ताओं के अनुसार, दूसरी ओर अकेले जिंदगी गुजारने वालों का ब्लड प्रेशर सुखी दंपतियों की तुलना में अधिक होता है।

उटाह की ब्रिंघम यंग यूनिवर्सिटी के अध्ययनकर्ताओं का कहना है कि संतुष्ट वैवाहिक जीवन जी रहे दंपति अक्सर एक-दूसरे को डॉक्टर को दिखाते रहने या फिर स्वस्थ आहार लेने को प्रेरित करते हैं। वे तनाव के पलों में एक-दूसरे को भावनात्मक सहयोग भी देते हैं, जबकि ये चीजें तनावपूर्ण दांपत्य जीवन में या कुंवारों को उपलब्ध नहीं हो पातीं।

1 comment:

Alpana Verma said...

achcha topic hai!-
kunwaron ki apni alag samsyayen hongi kyun tasweer ka ek ruukh dekhte hain??ye to wohi purani baat hai--shaaadi ka laddu jo khaaye pachhtaye na khaaye pachhtaye-----
sach kahun to jis ne pareshaan hona hai wo kaise bhi pareshaan rahega chahe pati ho ya patni.

apni khuushiyan khud dhundhni padhti hain.
site achchee banayee hai aapne.
abhar sahit.