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Monday, 29 September 2008

युवती के धूम्रपान की आदत से उसका विवाह टूटते-टूटते बचा

धूम्रपान की आदत एक युवती को इतनी महंगी पड़ी कि उसका विवाह टूटते-टूटते बचा। महिला ने एक शपथ-पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं कि अगर वह दोबारा धूम्रपान करेगी तो उसका पति उसे बिना गुजारा भत्ता दिए तलाक दे सकेगा। युवती का पति धूम्रपान नहीं करता है और वह इसी शर्त पर अपनी पत्नी को मायके से वापस लाया है कि वह अब धूम्रपान नहीं करेगी।

हुआ यूं कि घर में अलग-अलग जगहों से सिगरेट की गंध आनी शुरू हो गई। इससे घरवालों को आश्चर्य हुआ क्योंकि घर में और कोई सिगरेट नहीं पीता था। खिड़कियों के आस-पास सिगरेट के टोटों ने इस बात की पुष्टि कर दी कि घर में कोई धूम्रपान कर रहा है। अमरावती की रहने वाली यह युवती अपने कालेज के समय में धूम्रपान की आदी हो गई थी और वह अपनी ससुराल में छिपकर सिगरेट पीती थी। एक दिन उसके सास-ससुर ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया।

पकड़े जाने पर युवती ने कहा कि वह कई बार धूम्रपान की आदत छोड़ने की कोशिश कर चुकी है लेकिन उसे इसमें सफलता हासिल नहीं हुई। घरवालों ने उसे कड़ी चेतावनी देकर छोड़ दिया लेकिन वह अपनी आदत नहीं त्याग पाई और उसने छिप-छिप कर दोबारा सिगरेट पीना शुरू कर दिया। धूम्रपान छोड़ने संबंधी कोर्स पूरा करने के बाद उसका पति उसे वापस ले आया है लेकिन एक हलफनामे के साथ।

1 comment:

Udan Tashtari said...

जहाँ पति पीते है वहाँ??
गलत बात है-समझाना और इलाज के द्वारा छुड़ाने का प्रयास तो ठीक है मगर धमकाना और शपथपत्र आदि तो प्रतारणा के श्रेणी में ही आयेगा.